“मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत 1 सितम्बर से 31अक्टूबर 2023 तक चलने वाले अमृत कलश यात्रा विभिन्न प्रदेश से दिल्ली पहुँच ने लगी है। ‘अमृत कलश यात्रा’ देश के हर कोने 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर आ रहे हैं। यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर दिल्ली आएगी। इन 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। यह ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भव्य प्रतीक बनेगी। सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा के मुताबिक, वीरों को श्रद्धांजलि के रूप में शिलाफलकम स्थापित किया जाएगा। मिट्टी का नमन और वीरों का वंदन; मेरी माटी मेरा देश अभियान के प्रमुख घटक हैं।
वीरों की भूमि उत्तराखंड से भी “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के अन्तर्गत अमृत कलश यात्रा का दल दिल्ली पहुँच गया है इस अवसर पर स्थानीय आयुक्त अजय मिश्रा, भारत सरकार, संस्कृति विभाग और स्थानीय आयुक्त कार्यालय, उत्तराखंड सरकार के प्रतिनिधियों ने पूजा पाठ के साथ दल का स्वागत किया।
“अमृत कलश यात्रा“ में देवभूमि के सुदूरवर्ती अंचलों के 95 विकासखण्डों व 101 नगर – निकायों से 192 तथा नेहरू युवा केंद्र से 166 स्वयंसेवक उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे।
यह कलश यात्रा अमर शहीदों के त्याग एवं बलिदान को याद रखने के उद्देश्य से संपूर्ण देशभर में “मेरी माटी मेरा देश” महाभियान के अंतर्गत चलाई जा रही है।
इस यात्रा के तहत अमर शहीदों की जन्मभूमि की मिट्टी को अमृत कलश में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक पहुंचाया जा रहा है। अमृत कलश यात्रा के तहत देशभर से 7500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ’अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी।
बीते शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में हिमालयन संस्कृति केन्द्र, निम्बूवाला, गढ़ी कैंट में ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय ‘अमृत कलश यात्रा’ का आयोजन किया गया था।