कपकोट (बागेश्वर)। करीब 3500 की आबादी को जोड़ने वाली चीरबगड़-पोथिंग सड़क बीते एक सप्ताह से बंद पड़ी है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की आवाज उठाने के लिए आज पूर्व विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री शेर सिंह गढ़िया ने एक बार फिर से सड़क का निरीक्षण किया। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
निरीक्षण के दौरान पूर्व मंत्री ने शासन-प्रशासन और संबंधित विभाग की उदासीनता पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि जनता की तकलीफें किसी को नहीं दिख रहीं। विभाग द्वारा आज और कल का समय मांगा गया है, लेकिन ग्रामीणों का धैर्य अब जवाब दे रहा है।
गढ़िया ने चेतावनी दी कि यदि 3 अगस्त तक सड़क नहीं खोली गई, तो 4 अगस्त को पूरे ग्रामवासी कपकोट पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बंद होने से न सिर्फ आवागमन बाधित हुआ है, बल्कि बीमारों को अस्पताल पहुंचाने, स्कूल जाने वाले बच्चों और आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति में भी भारी दिक्कतें हो रही हैं।
पूर्व विधायक की सक्रियता और ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए अब प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। लोगों को उम्मीद है कि समय रहते समाधान नहीं हुआ तो बड़ा जन आंदोलन खड़ा हो सकता है।
वहीं पोथिंग के काश्तकार दीपक गढ़िया का कहना है सरकार को टैक्सी ड्राइवरों, व्यापारियों, विद्यार्थियों, मरीजों और काश्तकारों की कोई चिंता नहीं है। सरकार और विभाग को सड़क को सुचारु करने के लिए सभी विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए।